त्यौहार
देवशयनी एकादशी 2024 को बन रहे दुर्लभ संयोग, व्रत और पूजा से मिलेगा मनोवांछित फल
देवशयनी एकादशी 2024 के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुभ योग और शुक्ल योग बन रहे हैं। ये सभी योग पूजा पाठ और शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं की पूर्ति वाला माना जाता हैं। इस दिन व्रत करने से जाने अनजाने में हुए पापों का नाश होता हैं एवम् मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
Janmashtami 2024 : दुर्लभ संयोग में कान्हा का जन्म, श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति
Janmashtami 2024 : भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को श्री कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं । भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को पूरे देश और विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता हैं। देश विदेश के श्री कृष्ण मंदिरों में विशेष सजावट एवम् भजन कीर्तन होता है। मध्यरात्रि में कान्हा (श्री कृष्ण ) का स्नान, नव परिधान, विशेष श्रृंगार होता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को देश विदेश में विशेष पर्व की तरह मनाते हैं। इस दुर्लभ संयोग में श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति एवं मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
रक्षा बंधन(Raksha Bandhan) : भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पौराणिक महत्त्व।
रक्षा बंधन(Raksha Bandhan) : रक्षा बन्धन त्यौहार में रक्षा सूत्र होता तो एक कच्चा धागा लेकिन इसका बंधन सबसे मजबूत होता है। रक्षा बन्धन त्यौहार है भाई बहन का, जिसमें बहन अपने भाई से वचन मांगती है अपनी रक्षा का, अपनी जिम्मेदारी का और स्नेह का। और भाई बहन की मुश्किल घड़ी में साथ देता है। बहन भी रक्षा सूत्र बांधते हुए भाई की रक्षा और जीत की कामना करती हैं। रक्षा बन्धन त्यौहार का पौराणिक महत्त्व है। इसे प्रतिवर्ष श्रावण मास की पुर्णिमा को मनाया जाता हैं।