वैदिक साइंस
वैदिक साइंस प्राचीन भारत की उन वैज्ञानिक अवधारणाओं, खोजों और तकनीकी ज्ञान का संकलन है जो वेदों, उपनिषदों, आयुर्वेद, ज्योतिष, वास्तुशास्त्र, योग, ध्वनि विज्ञान और खगोलशास्त्र जैसे ग्रंथों में वर्णित हैं। इस श्रेणी में हम उन गूढ़ लेकिन वैज्ञानिक पहलुओं की चर्चा करते हैं जो आधुनिक विज्ञान के साथ तुलनीय हैं और जिनका उपयोग आज भी स्वास्थ्य, जीवनशैली और आध्यात्मिक विकास में किया जा रहा है। जानिए कैसे हमारे ऋषियों ने हजारों साल पहले ही ब्रह्मांड, शरीर, ऊर्जा और चेतना के रहस्यों को समझा और उसे मानवता के कल्याण के लिए प्रस्तुत किया।
सनातन धर्म में विज्ञान: प्राचीन ग्रंथों में छिपे वैज्ञानिक तथ्य
सनातन धर्म, विश्व के सबसे प्राचीन और समृद्ध धर्मों में से एक है। यह केवल एक धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक संपूर्ण दर्शन है। इसकी जड़ें हज़ारों साल पुरानी हैं, और इसके ग्रंथों में न केवल आध्यात्मिक ज्ञान, बल्कि वैज्ञानिक सिद्धांतों का भी विस्तृत वर्णन मिलता है। आज के आधुनिक विज्ञान के सभी सिद्धांत सनातन धर्म के प्राचीन ग्रंथों में पहले से ही मौजूद हैं। आइए जानते है विज्ञान का जनक सनातन धर्म ही है।
Kaal Sarp Dosh: कुंडली में ‘कालसर्प दोष’ तो घबराएं नहीं, निवारण के आसान उपाय
Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं तो कालसर्प दोष कहलाता है। ज्योतिष शास्त्र में काल सर्प दोष को अशुभ माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुंडली में काल सर्प दोष होने से व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित होता है।
Vastu Tips : घर में सही दिशा में लगाएँ हनुमान जी की तस्वीर
सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का अपना महत्व है। वास्तु शास्त्र में घर में देवी-देवताओं की तस्वीर लगाने के बारे में बताया गया है। मान्यता है कि घर में सही जगह पर हनुमान जी की तस्वीर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और परिवार के सस्दयों पर बजरंगबली की कृपा बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि घर की किस स्थान पर हनुमान जी की तस्वीर लगानी चाहिए ?
धनु राशि में बनेगा बुध और शुक्र का संंयोग, मेष , धनु और कुम्भ राशियों की चमकेगी किस्मत
Mercury And Venus Conjunction In 2024 : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का समय- समय पर अपने मित्र और शत्रु ग्रह के साथ संयोग बनता है । जिसका प्रभाव मावन जीवन और प्राणी मात्र पर देखने को मिलता है। ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को वाणी , बुद्धि , सौन्दर्य , व्यापार , एकाग्रता और त्वचा का कारक माना गया है , वही शुक्र ग्रह को धन , सुख , संपत्ति , ,वैभव और ऐश्वर्य का कारक ग्रह माना गया है ।ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 7 जनवरी को ग्रहों के राजकुमार बुध धनु ऱाशि में प्रवेश करेंगे और वहीं 18 जनवरी को धन के दाता शुक्र ग्रह धनु राशि में संचरण करेंगे। मेष , धनु और कुम्भ राशियों की चमकेगी किस्मत , जिनको इस समय आकस्मिक धनलाभ और करियर में तरक्की के योग बन रहे हैं।