देवशयनी एकादशी 2024 को बन रहे दुर्लभ संयोग, व्रत और पूजा से मिलेगा मनोवांछित फल
देवशयनी एकादशी 2024 के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुभ योग और शुक्ल योग बन रहे हैं। ये सभी योग पूजा पाठ और शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं की पूर्ति वाला माना जाता हैं। इस दिन व्रत करने से जाने अनजाने में हुए पापों का नाश होता हैं एवम् मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
Janmashtami 2024 : दुर्लभ संयोग में कान्हा का जन्म, श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति
Janmashtami 2024 : भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को श्री कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं । भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को पूरे देश और विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता हैं। देश विदेश के श्री कृष्ण मंदिरों में विशेष सजावट एवम् भजन कीर्तन होता है। मध्यरात्रि में कान्हा (श्री कृष्ण ) का स्नान, नव परिधान, विशेष श्रृंगार होता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को देश विदेश में विशेष पर्व की तरह मनाते हैं। इस दुर्लभ संयोग में श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति एवं मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
सोमनाथ(Somnath) का रहस्य : जहाँ शिवलिंग हवा में तैरता था।
सोमनाथ मन्दिर पर तुर्क आक्रांताओं ने 17 बार आक्रमण किए, उसको लुटा और हजारों हिन्दुओं का कत्लेआम किया फिर भी इसका वैभव कम नहीं हुआ। आक्रांता महमूद गजनवी ने सन् 1025 में मन्दिर पर आक्रमण किया। गजनवी ने मन्दिर की सम्पत्ति को लुटा और मन्दिर को नष्ट कर दिया। इस आक्रमण मे करीब 5000 की सेना के साथ गजनवी ने आक्रमण किया जिसमें मन्दिर की रक्षार्थ हजारों हिन्दुओं ने अपना बलीदान दिया। कहते हैं हमले के समय मन्दिर के दर्शनार्थी, पुजारी और आसपास के ग्रामीण हिन्दू निहत्थे थे। इतिहासकारों के अनुसार – राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने इस मन्दिर का फिर से निर्माण कराया।