Surya Aadra Nakshatra Entry 2025: कब शुरू होगी झमाझम बारिश ? ज्योतिष और मौसम विज्ञान की भविष्यवाणी

Surya Aadra Nakshatra Entry 2025: कब शुरू होगी झमाझम बारिश ? ज्योतिष और मौसम विज्ञान की भविष्यवाणी

जानते हैं कि 2025 में मानसून कैसा रहेगा, स्त्री-नपुंसक योग का क्या असर होगा, और कब तक होगी भारी बारिश।

ग्रहण (सूर्य एवं चंद्र): वैज्ञानिक कारण, ज्योतिषीय प्रभाव एवं धार्मिक नियम | ग्रहण में क्या करें और क्या न करें ?

ग्रहण (सूर्य एवं चंद्र): वैज्ञानिक कारण, ज्योतिषीय प्रभाव एवं धार्मिक नियम | ग्रहण में क्या करें और क्या न करें ?

जानिए 2025 में कब-कब होंगे सूर्य और चंद्र ग्रहण, उनका धार्मिक महत्व, सूतक काल, राशियों पर प्रभाव और वैज्ञानिक तथ्य सरल हिंदी में।

निर्जला एकादशी पर ग्रहों का शुभ योग, इन 5 राशियों के जीवन में आएगी खुशहाली!

निर्जला एकादशी पर ग्रहों का शुभ योग, इन 5 राशियों के जीवन में आएगी खुशहाली!

जानें निर्जला एकादशी पर किन 5 राशियों के जीवन में आएगी खुशहाली। ग्रहों का शुभ योग और ज्योतिषीय भविष्यवाणी यहाँ पढ़ें!

शनि की साढ़े साती और ढैय्या: अनहोनी से पहले कर ले ये उपाय, दूर होंगे सभी कष्ट

शनि की साढ़े साती और ढैय्या: अनहोनी से पहले कर ले ये उपाय, दूर होंगे सभी कष्ट

ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। शनि की साढ़े साती और ढैय्या का नाम सुनते ही अक्सर लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि शनि की साढ़े साती और ढैय्या के दौरान व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

Kaal Sarp Dosh: कुंडली में ‘कालसर्प दोष’ तो घबराएं नहीं, निवारण के आसान उपाय

Kaal Sarp Dosh: कुंडली में 'कालसर्प दोष' तो घबराएं नहीं,

Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं तो कालसर्प दोष कहलाता है। ज्योतिष शास्त्र में काल सर्प दोष को अशुभ माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुंडली में काल सर्प दोष होने से व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित होता है।

Vastu Tips : घर में सही दिशा में लगाएँ हनुमान जी की तस्वीर

घर में सही दिशा में लगाएँ हनुमान जी की तस्वीर

सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का अपना महत्व है। वास्तु शास्त्र में घर में देवी-देवताओं की तस्वीर लगाने के बारे में बताया गया है। मान्यता है कि घर में सही जगह पर हनुमान जी की तस्वीर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और परिवार के सस्दयों पर बजरंगबली की कृपा बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि घर की किस स्थान पर हनुमान जी की तस्वीर लगानी चाहिए ?

गुरु और केतु का नवपंचम योग, इन राशियों का भाग्य देगा साथ, मिलेगी अपार सफलता

गुरु और केतु का नवपंचम योग

गुरु-केतु की युति से गुरु और केतु का नवपंचम योग का निर्माण होने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में नवपंचम योग बहुत ही शुभ माना जाता है। कहते हैं कि जिनकी राशि में नवपंचम योग बनता है, उनकी किस्मत चमक जाती है। साथ ही व्यापार और करियर में तरक्की मिलती है।

धनु राशि में बनेगा बुध और शुक्र का संंयोग, मेष , धनु और कुम्भ राशियों की चमकेगी किस्मत

धनु राशि में बनेगा बुध और शुक्र का संंयोग

Mercury And Venus Conjunction In 2024 : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का समय- समय पर अपने मित्र और शत्रु ग्रह के साथ संयोग बनता है । जिसका प्रभाव मावन जीवन और प्राणी मात्र पर देखने को मिलता है। ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को वाणी , बुद्धि , सौन्दर्य , व्यापार , एकाग्रता और त्वचा का कारक माना गया है , वही शुक्र ग्रह को धन , सुख , संपत्ति , ,वैभव और ऐश्वर्य का कारक ग्रह माना गया है ।ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 7 जनवरी को ग्रहों के राजकुमार बुध धनु ऱाशि में प्रवेश करेंगे और वहीं 18 जनवरी को धन के दाता शुक्र ग्रह धनु राशि में संचरण करेंगे। मेष , धनु और कुम्भ राशियों की चमकेगी किस्मत , जिनको इस समय आकस्मिक धनलाभ और करियर में तरक्की के योग बन रहे हैं।

विक्रम संवत् की प्रमाणिकता एवं सटीक गणना विज्ञान से भी आगे

विक्रम संवत् की वैज्ञानिकता

चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य के नाम से हमारा राष्ट्रीय सम्वत विक्रम संवत् कहलाता है। विक्रमादित्य द्वारा प्रवर्तित विक्रम संवत् न केवल वैज्ञानिक है बल्कि हमारे सभी धार्मिक अनुष्ठान, तीज त्यौहार भी इसी के अनुसार मनाए जाते हैं। सूर्यग्रहण एवम् चंद्रग्रहण की प्रामाणिक जानकारी भी……..

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के वैज्ञानिक रहस्य और मानव जीवन पर प्रभाव

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) : अद्भुत विज्ञान और रहस्य

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है। यह विद्या भारत की प्राचीन विद्याओं में से एक है। वास्तु शास्त्र अथर्ववेद का अंग है। इसमें किसी निर्माण की या सरंचना की नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक किया जाता हैं।