मंत्रो का चमत्कार (Miracle of Mantras)

वैज्ञानिक शोधों में भी प्रमाणित मंत्रों का चमत्कार , जानें लाभ और सही विधि

शास्त्रों में मंत्र के बारे में कहा गया है कि मन को तारने वाली ध्वनि ही मंत्र है जैसे – श्री, ॐ आदि शब्द होते हुए भी मंत्र है। ये बीज मंत्र है जो अपने अन्दर बहुत कुछ समेटे हुए है।

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के वैज्ञानिक रहस्य और मानव जीवन पर प्रभाव

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) : अद्भुत विज्ञान और रहस्य

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है। यह विद्या भारत की प्राचीन विद्याओं में से एक है। वास्तु शास्त्र अथर्ववेद का अंग है। इसमें किसी निर्माण की या सरंचना की नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक किया जाता हैं।

Shardiya (Aashvin) Navaratri 2023: घट स्थापना, दुर्गाष्टमी, विजिया दशमी का शुभ मुहूर्त

Shardiya (Aashwin) Navratri 2023 Shubh Muhurt

दुर्गा सप्तशती के अनुसार जो मनुष्य नवरात्रि व्रत की उपासना करता है उसे यश एवं विद्या की प्राप्ति के साथ साथ उत्तम सन्तान एवं ऐश्वर्य प्राप्त करता है। वह सर्वत्र पूजनीय होता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है।

गुरू पूर्णिमा 2024: गुरु की कृपा से जीवन में सफलता निश्चित

गुरू पूर्णिमा का महत्त्व

सनातन संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस पूर्णिमा पर भगवान शिव ने दक्षिणामूर्ति का रूप धारण कर ब्रह्माजी के चार मानस पुत्रों को वेदों का ज्ञान प्रदान किया। इसी दिन महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ।

देवशयनी एकादशी 2024 को बन रहे दुर्लभ संयोग, व्रत और पूजा से मिलेगा मनोवांछित फल

देवशयनी एकादशी 2024

देवशयनी एकादशी 2024 के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुभ योग और शुक्ल योग बन रहे हैं। ये सभी योग पूजा पाठ और शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं की पूर्ति वाला माना जाता हैं। इस दिन व्रत करने से जाने अनजाने में हुए पापों का नाश होता हैं एवम् मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।

Janmashtami 2024 : दुर्लभ संयोग में कान्हा का जन्म, श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति

Shree Krishna Janmashtami 2023,

Janmashtami 2024 : भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को श्री कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं । भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को पूरे देश और विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता हैं। देश विदेश के श्री कृष्ण मंदिरों में विशेष सजावट एवम् भजन कीर्तन होता है। मध्यरात्रि में कान्हा (श्री कृष्ण ) का स्नान, नव परिधान, विशेष श्रृंगार होता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को देश विदेश में विशेष पर्व की तरह मनाते हैं। इस दुर्लभ संयोग में श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति एवं मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

गणेश चतुर्थी 2023: महत्त्व, व्रत, पूजन विधि एवं मंत्र

गणेश चतुर्थी

गणेश चतुर्थी के पर्व का आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्त्व है। भगवान श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता एवम् रिद्धि सिद्धि का दाता कहा जाता हैं।

Badrinath Temple : जहां विराजित है स्वयंभू श्री विष्णु जी, जानें रहस्य !

बद्रीनाथ मन्दिर

बद्रीनाथ मन्दिर के कपाट छः माह बन्द रहते हैं तो भी अखण्ड ज्योति नियमित जलती रहती हैं। विष्णुपुराण, स्कन्दपुराण और वराहपुराण आदि सभी ग्रंथों में इसकी महिमा का वर्णन है।

पुष्कर (Pushkar) तीर्थ की अपार महिमा और रहस्य

पुष्कर

सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी की यज्ञस्थली और ऋषि मुनियों की तपस्थली पुष्कर को तीर्थराज पुष्कर कहा जाता हैं। पुष्कर तीर्थ सब तीर्थों का गुरू कहा जाता हैं। पुष्कर, कुरुक्षेत्र, हरिद्वार,गया और प्रयाग इन पञ्च तीर्थो में पुष्कर को सर्वाधिक पवित्र माना गया है।

सोमनाथ(Somnath) का रहस्य : जहाँ शिवलिंग हवा में तैरता था।

सोमनाथ मन्दिर

सोमनाथ मन्दिर पर तुर्क आक्रांताओं ने 17 बार आक्रमण किए, उसको लुटा और हजारों हिन्दुओं का कत्लेआम किया फिर भी इसका वैभव कम नहीं हुआ। आक्रांता महमूद गजनवी ने सन् 1025 में मन्दिर पर आक्रमण किया। गजनवी ने मन्दिर की सम्पत्ति को लुटा और मन्दिर को नष्ट कर दिया। इस आक्रमण मे करीब 5000 की सेना के साथ गजनवी ने आक्रमण किया जिसमें मन्दिर की रक्षार्थ हजारों हिन्दुओं ने अपना बलीदान दिया। कहते हैं हमले के समय मन्दिर के दर्शनार्थी, पुजारी और आसपास के ग्रामीण हिन्दू निहत्थे थे। इतिहासकारों के अनुसार – राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने इस मन्दिर का फिर से निर्माण कराया।