गुप्त नवरात्रि : दस महाविद्याओं की साधना से सिद्धियों की प्राप्ति

गुप्त नवरात्रि : दस महाविद्याओं की साधना से सिद्धियों की प्राप्ति

प्रतिवर्ष चार नवरात्रि होती है, दो नवरात्रि – चैत्र और आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में होती है और दो नवरात्रि आषाढ़ और माघ महीने की शुक्ल पक्ष में होती है। आषाढ़ और माघ माह की प्रतिपदा में पड़ने वाली नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। गुप्त नवरात्रि एक विशेष नवरात्रि होती है जिसमें विशेष साधना और पूजा की जाती है। यह मुख्य रूप से तंत्र साधना से जुड़ी होती है। गुप्त नवरात्री में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है।

Holika Dahan 2024 : होली पर करें चमत्कारिक उपाय , दूर होगें संकट

Holika Dahan 2024 : होली पर करें चमत्कारिक उपाय , दूर होगें संकट

। होलिका दहन पर विभिन्न परेशानियों के लिए एक से अधिक विशेष उपाय कर सकते हैं। होली एवं दीवाली ऐसे विशेष अवसर हैं जब हर प्रकार की साधनाएं , तांत्रिक क्रियाएं तथा छोटे-छोटे उपाय भी सार्थक हो जाते हैं। ये सभी उपाय होलिका दहन में किए जाते हैं। आप भी अपनी समस्याओं के अनुसार उपाय करें ।

नागा साधुओं का रहस्य, 12 वर्ष कठोर तप एवं स्वयं का पिंडदान कर बनते है ।

नागा साधुओं के अखाड़े

कुंभ मेले के शाही स्नान में आपने युद्ध कला का प्रदर्शन करते हुए स्नान को जाते नागा साधुओं की हुजूम को अवश्य देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये नागा साधु कौन होते हैं, कैसे बनते हैं, कहां और किस नाम से जाने जाते हैं ? आदिगुरु शंकराचार्य की ओर से स्थापित किए गए विभिन्न अखाड़ों में रहने वाले ऐसे साधु जो नग्न रहते हैं, शरीर पर धुनि की राख लपेटकर रखते हैं, युद्ध कला में पारंगत होते हैं उन्हें नागा साधु कहा जाता है ।

नवरात्रि (Navaratri): शक्ति की उपासना का पर्व

Navaratri

नवरात्रि में देवी की उपासना अत्यन्त फलदायी मानी गई हैं। इस समय का उचित लाभ उठाएं तो यह साधनकाल साधक के आध्यात्मिक विकास में तो सहायक होता ही है, उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व को भी निखारता है।

मंत्रो का चमत्कार (Miracle of Mantras)

वैज्ञानिक शोधों में भी प्रमाणित मंत्रों का चमत्कार , जानें लाभ और सही विधि

शास्त्रों में मंत्र के बारे में कहा गया है कि मन को तारने वाली ध्वनि ही मंत्र है जैसे – श्री, ॐ आदि शब्द होते हुए भी मंत्र है। ये बीज मंत्र है जो अपने अन्दर बहुत कुछ समेटे हुए है।

देवशयनी एकादशी 2024 को बन रहे दुर्लभ संयोग, व्रत और पूजा से मिलेगा मनोवांछित फल

देवशयनी एकादशी 2024

देवशयनी एकादशी 2024 के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुभ योग और शुक्ल योग बन रहे हैं। ये सभी योग पूजा पाठ और शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं की पूर्ति वाला माना जाता हैं। इस दिन व्रत करने से जाने अनजाने में हुए पापों का नाश होता हैं एवम् मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।

Janmashtami 2024 : दुर्लभ संयोग में कान्हा का जन्म, श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति

Shree Krishna Janmashtami 2023,

Janmashtami 2024 : भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को श्री कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं । भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को पूरे देश और विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता हैं। देश विदेश के श्री कृष्ण मंदिरों में विशेष सजावट एवम् भजन कीर्तन होता है। मध्यरात्रि में कान्हा (श्री कृष्ण ) का स्नान, नव परिधान, विशेष श्रृंगार होता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को देश विदेश में विशेष पर्व की तरह मनाते हैं। इस दुर्लभ संयोग में श्रीकृष्ण की आराधना से अक्षय पुण्य की प्राप्ति एवं मनोकामनाएं पूर्ण होती है।